इस नस्ल को भदावरी, देसन, गुजराती, काठियावाड़ी, सोर्थी और सुरती के नाम से भी जाना जाता है।
• गुजरात में दक्षिण काठियावाड़ के गिर के जंगलों में उत्पन्न, महाराष्ट्र और निकटवर्ती राजस्थान में भी पाया जाता है। • त्वचा का मूल रंग गहरे लाल या चॉकलेट-भूरे धब्बों के साथ सफेद या कभी-कभी काला या शुद्ध लाल होता है। • सींग विशेष रूप से मुड़े हुए होते हैं, जो 'अर्ध चंद्र' का रूप देते हैं। • दूध की उपज 1200-1800 किलोग्राम प्रति स्तनपान के बीच होती है। • प्रथम ब्यांत की आयु 45-54 महीने और दो ब्यांत की अवधि 515 से 600 दिन। • यह अपनी कठोरता और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जाना जाता है।